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छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल
मॉडल प्रश्न पेपर 2022 – 23
कक्षा 12वी विषय भूगोल
समय – 3 घंटे पूर्णांक 100
प्रश्न 1 खंड (अ) सही विकल्प चुनकर लिखिए
1. विषुवतीय प्रदेशों में ऋतुएं .....हैं
(a) प्रमुख (b) चार (c) नहीं (d) हमेशा बदलते रहते हैं
उत्तर – नहीं है
2.विश्व का सर्वोत्तम मत्स्य ग्रहण क्षेत्र है
(a) महाद्वीप निमग्न तट (b) नितल मैदान
© अंतः समुद्री गर्त। (d) महाद्वीपीय गभीर
उत्तर – (a) महाद्वीप निमग्न तट
3. पार्थिव विकिरण में ऊष्मा विकरित होती है
(a) पृथ्वी से (b) सूर्य से (c) वायुमंडल से (d) जल मंडल से
उत्तर – (a) पृथ्वी से
4. पृथ्वी के घूर्णन के कारण
(a) वायु अपने मूल स्थान से छिटकती है। (b) वायु अभिसरित होती है
© दोनों छिटकती और अभिसरित होती है (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (a) वायु अपने मूल स्थान से छिटकती है
5. घोड़े का अक्षांश स्थित है
(a) विशुवतीय निम्न वायुदाब पेटी पर (b) उपोष्ण उच्च वायुदाब पेटी पर
© अधोध्रुवीय निम्न वायुदाब पेटी पर (d) ध्रुवीय उच्च वायुदाब क्षेत्र से
उत्तर - (b) उपोष्ण उच्च वायुदाब पेटी पर
(ब) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1. ताप कटिबंधों का विचार सर्वप्रथम ....... द्वारा किया गया।
उत्तर – यूनानियों
2. ........ को सबसे बड़ा पारितंत्र माना जाता है।
उत्तर – जैवमंडल
3. मध्य अक्षांशीय घास भूमियाँ संसार के ........ के रूप में जानी जाती है
उत्तर – खाद्य भंडार
4. भारत का सबसे अधिक सूखा प्रवण राज्य ...... है
उत्तर – राजस्थान
5. भारत में सर्वप्रथम परमाणु शक्ति स्टेशन का विकास....... में हुआ।
उत्तर – तारापुर
(स) सही या गलत लिखिए-
1. लौह अयस्क का बैलाडिला क्षेत्र से विशाखापट्टनम् बंदरगाह से निर्यात होता है। (सही)
2. भारत में जनसंख्या वृद्धि लगातार घट रही है। गलत
3. महाद्वीपों के आंतरिक भागों में ताप परिसर कम रहता है। (गलत)
4. ठंडी जल धाराएँ तटीय भागों के तापमान को कम करती है। ( गलत)
5. जिन क्षेत्रों में वायु विभिन्न दिशाओं से आकर मिलती है, बहाँ निम्न वायुदाब विकसित होता है। (सही )
(द) उचित संबंध जोड़िए
1. जीवन निर्वाह कृषि - असम
2. न्यून माटी - उत्पादन के अधिकांश भागों का स्थानीय उपयोग में खपत होना
3. बरौनी - वेल्ड
4. दक्षिण अफ्रीका - बिहार
5. नम शीतोष्ण जलवायु - भूमध्यसागरीय जलवायु
उत्तर – 1. उत्पादन के अधिकांश भागों का स्थानीय उपयोग में खपत होना
2. असम
3. बिहार 4. वेल्ड 5. भूमध्यसागरीय जलवायु
प्रश्न क्रमांक 2 से 13 तक अति लघु उत्तरीय प्रश्न है प्रत्येक प्रश्न में 2 अंक आवंटित है
प्रश्न 2. भूगोल शब्द को परिभाषित कीजिए
उत्तर – उत्तर- भूगोल दो शब्दों से मिलकर बना है- भू + गोल। हिन्दी में ‘भू’ का अर्थ है पृथ्वी और ‘गोल’ का अर्थ गोलाकार स्वरूप है। अंग्रेजी में इसे Geography कहते हैं जो दो यूनानी शब्दों Geo (पृथ्वी) और Graphy (वर्णन करना) से मिलकर बना है। इस प्रकार भूगोल का शाब्दिक अर्थ “वह विषय जो पृथ्वी का संपूर्ण वर्णन करे, वह भूगोल है।“
प्रश्न 3. नदी अपरदन के 4 तरीकों के नाम बताइए
उत्तर-(i) अपघर्षण, (ii) क्षय या विलयन, (iii) जल की भौतिक शक्ति, (iv) संनिघर्षण।
प्रश्न 4. भूमंडलीय पवनो के नाम बताइए
उत्तर-संमार्गी पवनें, पश्चिमी पवनें और ध्रुवीय पवनें।
प्रश्न 5. खाद्य पिरामिड क्या है
उत्तर - जब क्रमिक स्तर पर जीवों की संख्या का आलेखित किया जाता है तो यह एक पिरामिड का रूप धारण कर लेता है, अतः इसे खाद्य पिरामिड कहते हैं।
प्रश्न 6. पूर्वी तटीय मैदान के दो रूपों के नाम लिखिए
उत्तर-(i) चिल्का, (ii) पुलिकट, पूर्वी तटीय मैदान के दो अनूप हैं।
प्रश्न 7. पश्चिमी विक्षोभ को भारत में लाने वाली जेट वायु धारा का नाम बताइए
उत्तर – पश्चिमी जेट वायुधारा
प्रश्न 8. पुनर्चक्रण ना होने वाले दो जैविक संसाधनों के नाम बताइए
उत्तर – कोयला और खनिज तेल
प्रश्न 9. भूमि सुधार के दो तरीके बताइए
उत्तर- (i) भौतिक (भूमि उद्धार), (ii) सामाजिक (भूमि सुधार)।
प्रश्न 10 देश के किस भाग में तालाबों द्वारा सिंचाई का चलन अधिक है ? (अप्रैल 2017, 20
उत्तर-देश के प्रायद्वीपीय पठार पर तालाबों द्वारा सिंचाई का चलन अधिक है।
प्रश्न 11. किन्ही तीन फसल ऋतुओं के नाम बताइए जो भारत में पाई जाती है
उत्तर - भारत में 3 कृषि ऋतुएं हैं रबी, खरीफ, जायद
प्रश्न 12. किन्ही तीन केंद्र शासित संघीय क्षेत्रों के नाम लिखिए जहां जनसंख्या घनत्व अधिक है
उत्तर – दिल्ली, चंडीगढ़, पांडिचेरी, लक्षदीप एवं दमन और दीव
प्रश्न 13. अंतरराष्ट्रीय होटल प्रांगण के 4 विशेष लक्षण बताइए
उत्तर – उत्तर-सम्मेलन हॉल, इंटरनेट सुविधाओं के साथ संचार-संबंध, क्लब, शॉपिंग मार्ट/ट्रेडिंग आउटलेट |
प्रश्न क्रमांक 14 से 19 तक लघु उत्तरीय प्रश्न है प्रत्येक पर तीन अंक आवंटित है
प्रश्न 14. तीन प्रकार के पठारो के नाम बताइए
उत्तर – 1. अंतरा पर्वती पठारी 2. गिरिपद पठार 3. महाद्वीपय पठार
प्रश्न 15. ज्वार भाटा क्या है यह कैसे उत्पन्न होता है
उत्तर-सागर का जल-तल 24 घंटे में नियमित रूप से दो बार ऊँचा उठता है और तरंग के रूप में पीछे हटना या नीचे गिरना भाटा कहलाता है। सागरीय जल सूर्य और चन्द्रमा की आकर्षण शक्ति से क्षैतिज गति करता हुआ इकट्ठा हो जाता है, जिसे ज्वार कहते हैं।
प्रश्न 16. फेरल का नियम क्या है
उत्तर-उत्तरी गोलार्द्ध में पवनें या अन्य गतिमान वस्तु अपने दायीं ओर मुड़ जाती है। और दक्षिणी गोलार्द्ध में अपने बायीं ओर। इसे फैरल का नियम कहते हैं।
प्रश्न 17. उत्तरी पूर्वक मानसून की उत्पत्ति से पूर्व भारत में पवनो की दिशा में क्यों पलट जाती है
उत्तर- ग्रीष्म ऋतु में ऊँचे तापमान के कारण स्थल व समुद्री भागों में दशाओं के पूरी तरह पलटने के कारण हैं।
प्रश्न 18. भारत में सूखा प्रणव क्षेत्रों का वर्णन कीजिए
उत्तर-वर्षा का लंबे समय तक न होना या मानसून की अल्पवृष्टि सूखा कहलाता है। काफी लंबे समय तक एक विस्तृत भाग में वर्षा की कमी ही सूखा है। क्षेत्र राजस्थान, हरियाणा, गुजरात एवं मध्यप्रदेश के भाग सूखे
प्रश्न 19. उन पांच आधारों के नाम बताइए जिन पर उद्योगों को वर्गीकृत किया जा सकता है
उत्तर-पाँच आधार निम्न हैं-(a) कच्चे माल के स्रोत, (b) आकार, (c) स्वामित्व, (d) कार्य, € कच्चे माल तथा उत्पादित वस्तुओं के भार के आधार।
प्रश्न क्रमांक 20 से 23 तक लघु उत्तरीय प्रश्न प्रत्येक पर चार अंक आवंटित है
प्रश्न 20. शैल और खनिजों का आर्थिक महत्व क्या है
उत्तर- शैल और खनिज का आर्थिक महत्व निम्नलिखित हैं-
(1) मृदा शैलों से ही प्राप्त होती है जिससे मानव के लिए भोजन मिलता है। साथ ही विभिन्न कृषि उत्पादों से उद्योग-धंधों के लिए कच्चामाल भी प्राप्त होता है।
(2) भवन निर्माण सामग्री शैलों से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप में प्राप्त होता है। ताजमहल सफेद संगमरमर का बना है तथा दिल्ली और आगरा के किले लाल पत्थर से बने हैं।
(3) शैल खनिजों का स्रोत है। धात्विक खनिजों में मूल्यवान सोना, प्लेटिनम, चाँदी, ताँबा और लोहा मिलता है।
(4) शैलों में मूल्यवान पत्थर मिलते हैं- हीरा, पन्ना, नीलम आदि।
(5) ईंधन जैसे-कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि शैलों में ही पाये जाते हैं।
अथवा
V आकार की घाटी एवं U आकार की घाटी में अंतर स्पष्ट कीजिए
उत्तर – “V” आकृति की घाटी- ऊँचे पर्वतीय भागों में तीव्र ढाल होने के कारण नदी का प्रवाह तेज होता है। ये अपनी घाटी के तल का अपरदन अधिक तेजी से करती है, जिसके परिणामस्वरूप ‘V’ आकृति की घाटी बन जाती है।
‘U’ आकृति की घाटी- नदी की तरह हिमानियाँ कोई घाटी नहीं बनातीं। वे पुरानी घाटियों में खिसकती रहती हैं। ऐसी तंग और संकरी घाटियों को हिमानियाँ चौड़ा और गहरा कर देती हैं, जिससे उनकी आकृति ‘U’ जैसी हो जाती हैं ‘U’ आकृति की घाटियाँ गहरी और खड़े ढाल वाली होती हैं। इनका निर्माण घाटी तल और किनारों के अपरदन से होता है।
प्रश्न 21. क्या कारण हैं शुष्क प्रदेश कांटेदार वृक्ष एवं झाड़ियों से आच्छादित है
उत्तर – शुष्क प्रदेशों में कम वर्षा होती है। भूमि को इतना जल नहीं मिलता कि बड़े वृक्ष पनप सकें। इस कारण यहाँ छोटे कॉटेदार वृक्ष जस-बबूल, कैक्टस आदि ही मिलते हैं। • जंगली खजूर और कंटीली झाड़ियाँ भी शुष्क प्रदेशों में मिलती हैं। कम वर्षा, उच्च तापमान होने से ज्यादा वनस्पतियाँ शुष्क उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में पनप ही नहीं पाती हैं। इन क्षेत्रों में ऐसी ही वनस्पतियाँ पनपती हैं, जिससे वाष्पीकरण बहुत कम होता है, जैसे- कैक्टस
अथवा
हिमालय क्षेत्र की वनस्पति पट्टी ऊंचाई के आधार पर परिभाषित होती है ना कि क्षैतिज। कारण बताइए
उत्तर-(क) हिमालय क्षेत्र की वनस्पति पट्टी ऊँचाई के आधार पर परिभाषित होती है क्योंकि ऊँचाई के अनुसार तापमान, वर्षा आदि कारक बदल जाते हैं। इस कारण 1600 मी. की ऊँचाई तक आर्द्र उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वन मिलते हैं जबकि उसके ऊपर आर्द्र शीतोष्ण कटिबंधीय सदाहरित वन शुरू हो जाते हैं। चूँकि ऊँचाई बढ़ने के साथ तापमान कम हो जाता है और वर्षा की मात्रा भी घट जाती है इसलिए वनस्पति के प्रकार बदल जाते हैं।
प्रश्न 22. जीवोम के आकार और अवस्थिति और विशेषताओं को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए
उत्तर-जीवोम को प्रभावित करने वाले कारक-
(i)
दिन के प्रकाश और अंधेरे की अवधि। यह मुख्य रूप से प्रकाश संश्लेषण की अवधि के लिए उत्तरदायी है,
(ii)
औसत तापमान तथा ताप परिसर चरम दशाओं को जानने के लिए (दैनिक तथा वार्षिक दोनों),
(iii)
वर्धनकाल की अवधि,
(iv) वर्षण जिसके अंतर्गत वर्षण की कुल मात्रा एवं समय और तीव्रता के अनुसार इसमें परिवर्तन सम्मिलित हैं,
(iv)
पवन प्रवाह, गति, दिशा, अवधि और अंतराल सम्मिलित हैं, (vi) मृदा प्रकार, (vii) ढाल, (viii) अपवाह, (ix) अन्य पौधे और पशु जातियाँ।
अथवा
भूमंडलीय तापन के विविध कारकों एवं परिणाम का वर्णन कीजिए
उत्तर-भूमंडलीय तापन का अर्थ है- “वायुमंडलीय तापमान का धीरे-धीरे बढ़ना ।” जिसके परिणामस्वरूप मुख्य रूप से मानवीय क्रियाकलापों द्वारा विकिरण संतुलन में परिवर्तन होना भूमंडलीय तापन हरितगृह के प्रभाव के कारण हो रहा है। यह वनों के विनाश एवं औद्योगिकीकरण के कारण हो रहा है।
परिणाम-(i) एक अनुमान के आधार पर यह है कि यदि कार्बन-डाइ ऑक्साइड के बढ़ने का दर यही रहा तो वायुमंडलीय तापमान बढ़ जाएगा जिससे हिमानियाँ।पीछे खिसक जाएँगी। ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्फ पिघल जाएगा जिससे महासागरों का जल स्तर बढ़ जाएगा जो विश्व के निचले क्षेत्रों को जलमग्न कर देगी।
(ii) भूमंडलीय तापमान में जरा-सी वृद्धि खाद्य उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी। अतः उत्तरी गोलार्द्ध में गेहूँ उत्पादन क्षेत्र शीतोष्ण कटिबंध के उत्तर में खिसक जाएँगे।
(iii) समुद्र के ऊपरी जल स्तर के गर्म होने से महासागरों की जैविक उत्पादकता भी कम हो जाएगी।
प्रश्न 23. शहरी बसाहट किसे कहते हैं
उत्तर-शहरी बसावट इनमें से किन्हीं तीन के सम्मिश्रण से कोई एक हो सकता है
(i)
एक शहर तथा उसके सन्निकट क्षेत्र में जनसंख्या की अपवृद्धि ।
(ii)
दो या दो से अधिक संलग्न शहर उनके अपवृद्धि क्षेत्र सहित या उसके बिना।
(iii)
कोई एक शहर और उसके सन्निकट एक या दो शहरी क्षेत्रों के साथ उनकी जनसंख्या के अपवृद्धि क्षेत्रों को मिलाकर एक विस्तार युक्त वितान बन जाता है।
अथवा
. भारत में अधिवासों की भिन्नता को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों का वर्णन कीजिए।
अथवा, ग्रामीण अधिवासों के प्रकार को प्रभावित करने वाले कारकों को स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- अधिवासों की भिन्नता को प्रभावित करने वाले कारक-
(i)
प्राकृतिक कारक-इनमें भूमि की बनावट, जलवायु ढाल की दिशा, मृदा की सामर्थ्य आदि कारक शामिल हैं। इनका प्रभाव आवासीय मकानों के बीच की दूरियों एवं प्रकार पर पड़ता है। राजस्थान के शुष्क क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता निर्णायक कारक है। अतः मकान, तालाब तथा कुएँ के पास संकेन्द्रित हैं।
(ii)
जातीय एवं सांस्कृतिक कारक-
सामान्यतया भू-स्वामी जातियाँ, गाँव के नाभिकीय क्षेत्र में बसती हैं। इनके आस-पास अन्य जातियों की बसावट होती है। इसका परिणाम सामाजिक पृथकता और अधिवासों का छोटी-छोटी इकाइयों में टूटना है।
(iii) ऐतिहासिक या प्रतिरक्षात्मक कारक- भारत के-पश्चिमी क्षेत्र ऐतिहासिक दृष्टि से आक्रमणकारियों का सामना करते आए हैं। कई बार देश के इस भाग में विभिन्न राज्यों के बीच आपसी लड़ाइयाँ भी होती रहीं। इस कारण यहाँ आमतौर पर नाभिकीय प्रारूप वाले अधिवास मिलते हैं।
प्रश्न क्रमांक 24 और 25 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है प्रत्येक 5 अंक आवंटित है
प्रश्न 24. भारत के कृषि मानचित्र में गन्ना तथा चाय उत्पादक क्षेत्रों को दर्शाइए
अथवा,
भारत के मानचित्र में निम्नलिखित को दर्शाइए
(i)
झरिया एवं रानीगंज, (ii) अंकलेश्वर एवं डिग्बोई तेल क्षेत्र, (iii) मथुरा एवं पानीपत तेलशोधन संयंत्र, (iv) तालचेर एवं कोरबा ताप विद्युत् संयंत्र, (v) कैगा एवं कोटा परमाणु शक्ति संयंत्र, (vi) भाखड़ा एवं नागर्जुन सागर जल विद्युत् संयंत्र, (vii) मुम्बई, (viii) रायपुर, (ix) कोलकाता, (x) हिन्द महासागर, (xi) मुम्बई हाई ।
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प्रश्न 25. जनसंख्या प्रवास से क्या तात्पर्य है उपयुक्त उदाहरण देते हुए प्रवास के विभिन्न प्रकारों को परिभाषित कीजिए
उत्तर-व्यक्ति के एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर बसने की क्रिया को प्रवास कहते हैं। इसके कई प्रकार हो सकते हैं। किसी दूसरे स्थान में आकर बसावट की प्रकृति के आधार पर इस प्रवास को (i) स्थाई एवं (ii) अस्थाई कह सकते हैं।
स्थाई प्रवास-स्थाई प्रवास में आए हुए व्यक्ति बसावट करने के बाद वापस अपने मूल स्थान नहीं जाते हैं। उदाहरण के लिये, ग्रामीण जनसंख्या का अपने-अपने गाँवों से रोजगार की तलाश में पलायन करके शहरों में आकर स्थाई रूप से बस जाते हैं।
अस्थाई प्रवास-अस्थाई प्रवास के अंतर्गत वे लोग आते हैं जो कुछ समय रोजगार धंधा इत्यादि करके अपने मूल निवास स्थान में लौट जाते हैं। उदाहरण के लिये, फसल कटाई के समय बिहार के खेतिहर मजदूरों का पंजाब एवं हरियाणा प्रदेश में आकर रहना अस्थाई प्रवास है।
दैनिक प्रवास-बड़े-बड़े शहरों जैसे कोलकाता, चेन्नई, मुम्बई तथा अन्य बड़े शहरी क्षेत्रों में लोग सुबह आकर काम-काज करके सायंकाल में वापस अपने घर चले जाते हैं। इस प्रकार के प्रवास को दैनिक प्रवास कहा जाता है।
अथवा
लिंगानुपात के घटने के लिए कौन से कारक उत्तरदायी हैं संक्षेप में चर्चा कीजिए
उत्तर-लिंगानुपात-किसी भी देश की जनसंख्या में लिंग संरचना अथवा लिंगानुपात का विशेष महत्व रहता है। लिंगानुपात का आशय प्रति 1000 पुरुषों के पीछे स्त्रियाँ होती हैं।
भारत में स्त्रियों की कमी के कारण
-(1) भारतीय समाज में स्त्रियों की सामाजिक स्थिति पुरुषों की अपेक्षा कम है,
(2) लड़कों की अपेक्षा लड़कियों के पालन-पोषण पर कम ध्यान दिया जाता है,
(3) कन्याओं की भ्रूण हत्या,
(4) प्रसव-काल में स्त्रियों की मृत्यु होना
(5) शिक्षा का अभाव।
प्रश्न क्रमांक 26 और 27 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है प्रत्येक पर 6 अंक आवंटित है
प्रश्न 26. नाइट्रोजन गैस की चक्रीय प्रक्रिया को स्पष्ट कीजिए
उत्तर-नाइट्रोजन पृथ्वी पर प्रत्येक जीवन के लिए अति आवश्यक हैं। वायुमंडल में 78% नाइट्रोजन गैस पायी जाती है। इसका मुख्य स्रोत मिट्टी में उपस्थित नाइट्रेट होते हैं। वायुमंडल से नाइट्रोजन, वायुमण्डलीय तथा औद्योगिक प्रक्रियाओं द्वारा जैव घटकों में प्रवेश करती है। पेड़-पौधों के सूखने और जीव-जंतुओं के मरने पर जीवाणु द्वारा अपघटन होता है। इससे नाइट्रोजन गैस बनती है। जो फिर वायुमंडल में वापस चली जाती है। इस तरह चक्रीय प्रक्रिया पूरी होती है।
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अथवा
ऊष्मा बजट को आरेख चित्र बनाकर स्पष्ट कीजिए
उत्तर-सौर विकिरण का वह भाग जो पृथ्वी तल में लघु तरंगों के रूप में आता है सूर्यातप कहलाता है। पृथ्वी इस सूर्यातप को विकिरित करती है जिससे पृथ्वी का औसत वार्षिक तापक्रम एकसमान बना रहता है। इस संतुलन को पृथ्वी का ऊष्मा बजट कहते हैं। सूर्य से विकिरित ऊर्जा को यदि हम 100 इकाई मान लें तो इनमें से लगभग 35 इकाइयाँ पृथ्वी तल पर आने से पहले ही अंतरिक्ष में परावर्तित हो जाती हैं। इस 35 इकाई का पृथ्वी को गर्म करने में कोई हाथ नहीं है। शेष 65 इकाई से वायुमंडल द्वारा जलवाष्प, बादल, धूलकण तथा कुछ स्थायी गैसों द्वारा 14 इकाई का अवशोषण कर लिया जाता है। इस तरह केवल 51 इकाई भाग ही पृथ्वी को प्राप्त द्वारा होता है तथा शेष 17 इकाई विसरित दिवा प्रकाश द्वारा प्राप्त होता है। सूर्य से प्राप्त यही पाती है। इनमें से 34 इकाई प्रत्यक्ष सूर्य प्रकाश 51 इकाई ऊष्मा ही पृथ्वी का वास्तविक बजट है। सूर्यातप द्वारा प्राप्त 51 इकाइयों को पृथ्वी भी भौमिक विकिरण के रूप में लौटा देती है। इन 51 इकाइयों में से 34 इकाइयाँ
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वायुमंडल द्वारा अवशोषित की जाती हैं और शेष 17 इकाइयाँ अंतरिक्ष में विलीन हो जाती हैं।
प्रश्न 27. स्थानीय क्षेत्र नियोजन के प्रबंधन में मानचित्र की क्या उपयोगिता है
उत्तर-स्थानीय क्षेत्र नियोजन में मानचित्रों की विशेष उपयोगिता है। पृथ्वी के प्रतिरूपों को मानचित्र के द्वारा ही प्रकट किया जाता है। मानचित्र द्वारा हम एक स्थान पर बैठकर संपूर्ण विश्व का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। मानचित्रों का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। उनका उपयोग भू-आकृतियों, संसाधनों, मानव बस्तियों, स्थल- विशिष्ट सुविधाओं और सुख-साधनों की पहचान के लिए किया जाता है।
अथवा
क्षेत्र रिपोर्ट तैयार करने से संबंधित अवयवों का संक्षिप्त विवरण दीजिए
उत्तर-क्षेत्र रिपोर्ट तैयार करने से संबंधित अवयव-
(1) परिचय-इसमें क्षेत्र सर्वेक्षण की समस्या और उसके उद्देश्यों का विवरण समाविष्ट करना होता है,
विश्लेषण – रिपोर्ट का विश्लेषण आवश्यक है। वैज्ञानिक तथा तर्कपूर्ण प्रायोजना बनाने में जो अंतर्दृष्टि और श्रम लगा होता है। उसके आधार पर रिपोर्ट का महत्व होता है,
(2)
परिणाम और सिफारिशें -क्षेत्र रिपोर्ट का तीसरा और सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग परिणाम निकालने और सिफारिशों से संबंधित है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. भूगर्भ की तीन परतों के नाम लिखिए
उत्तर – स्थलमंडल, मेटल, कोड
प्रश्न 2. मृदा अपरदन का सबसे महत्वपूर्ण कारक क्या है
उत्तर – मृदा अपरदन का सबसे प्रमुख कारण जलवायु है
प्रश्न 3. वेगनर ने सुविशाल महाद्वीप को क्या नाम दिया था
उत्तर – पैंजिया
प्रश्न 4. ज्वालामुखी क्या है उदाहरण देकर विभिन्न प्रकार के ज्वालामुखी के बारे में बताइए
उत्तर-जब ठोस व पिघले शैल तथा गैसें पृथ्वी के आंतरिक भागों से निकलकर धरातल पर आती है तो यह प्रक्रिया ज्वालामुखी प्रक्रिया कहलाती है।
ज्वालामुखी के प्रकार
-(1) सक्रिय ज्वालामुखी-वे ज्वालामुखी जिनमें समय-समय पर उद्गार होते रहते हैं अथवा वर्तमान में उद्गार हो रहे हैं उन्हें सक्रिय ज्वालामुखी कहते हैं। जैसे-
भूमध्य सागर में स्ट्रॉमबोली।
(3) प्रसुप्त ज्वालामुखी-वे ज्वालामुखी जिनमें वर्तमान उद्गार नहीं हुए हैं उन्हें प्रसुप्त या सोए हुए ज्वालामुखी कहा जाता है। जैसे-इटली विसुनियस।
(4) विलुप्त ज्वालामुखी-ऐसे ज्वालामुखी जिनमें ऐतिहासिक काल में उद्गार नहीं हुआ है। इन्हें विलुप्त ज्वालामुखी कहा जाता है। जैसे-क्राकाटोआ ज्वालामुखी
प्रश्न 5. नदी अपरदन के चार तरीकों के नाम बताइए।
उत्तर-(i) अपघर्षण, (ii) क्षय या विलयन, (iii) जल की भौतिक शक्ति, (iv) संनिघर्षण।
प्रश्न 6. नदी के भार ढोने के चार प्रकारों के नाम बताइए।
उत्तर-(i) घर्षण, (ii) वल्गन, (iii) घोलन क्रिया, (iv) निलंबन ।
प्रश्न 7. ‘लवणता’ शब्द को परिभाषित कीजिए और बताइए यह कैसे व्यक्त की जाती है ?
अथवा, लवणता की परिभाषा दीजिए।
उत्तर-समुद्र के जल में लवणता प्रायः जल के अंदर उपस्थित लवण पदार्थों से होती है। सामान्य रूप में “सागरीय जल के भार एवं उसमें घुले हुए पदार्थों के भार के अनुपात को सागरीय लवणता कहते हैं।“ अनेक रासायनिक यौगिकों के जल में घुल जाने से ही महासागरीय लवणता उत्पन्न होती है। 1000 ग्राम समुद्री जल के वाष्पीकृत हो जाने के बचे बाद ठोस पदार्थ का भार ग्राम लवणता के रूप में परिभाषित किया जाता है। हुए पदार्थ का भार 35 ग्राम है तो लवणता व्यक्त किया जाएगा 35% अर्थात् 1000 ग्राम समुद्री जल में औसत लवणता 35 ग्राम होगी।
प्रश्न 8. वायुमंडल की किस परत में घनत्व सबसे कम पाया जाता है ?
उत्तर-बाह्य मंडल।
प्रश्न 9. ओजोन गैस वायुमंडल की किस परत में पाई जाती है ? (अप्रैल 2018)
उत्तर-समतापमंडल
प्रश्न 10. कार्बन का मुख्य स्रोत क्या है ?
उत्तर-ईंधन जैसे-कोयला, पेट्रोल, लकड़ी तथा प्राकृतिक गैस ।
प्रश्न 11. ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत क्या है ?
उत्तर-पेड़-पौधे।
प्रश्न 12. वायुमंडल में नाइट्रोजन का अनुपात कितना है ?
उत्तर-78%.
प्रश्न 13. वर्षा के प्रकारों को समझाइए।
उत्तर-वर्षा के प्रकार निम्न हैं
-(i) संवहनीय वर्षा- उष्णकटिबन्ध में पृथ्वी के अत्यधिक गर्म होने से उर्ध्वाधर वायु धाराएँ पैदा होती हैं। ये वायु धाराएँ गर्म-आद्र वायु को वायुमण्डल के उच्च स्तरों तक उठा देती हैं। ये बादल बिजली के चमक व गरज के साथ वर्षा करते हैं।
(iii)
पर्वतकृत वर्षा -जल गर्म आर्द्र पवनों के मार्ग में कोई पर्वत श्रेणी अवरोध उपस्थित करती है तो उन्हें बाध्य होकर ऊपर उठना पड़ता है। ऊपर उठती हुई ये आर्द्र पवने ठंडी होने लगती हैं। जब उनका तापमान ओसांक से नीचे गिरता है तो बादल बनते हैं। इन बादलों से पवनाभिमुख ढालों के विस्तृत भागों में वर्षा होती है।
(iv)
अभिसरण या चक्रवातीय वर्षा-अभिसरण वर्षा की उत्पत्ति तब होती है जब वायु तरंग अभिसरित होकर उठती है यह संवहन की क्रिया बार-बार वाताग्रों के सहारे होती है।
प्रश्न 14. महाखड्ड क्या है ?
उत्तर- उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में नदियों के अपरदन से बनी सँकरी घाटी महाखड्ड कहलाती है। जिसके किनारे ‘1’ (आई) आकार के होते हैं। उदाहरण के लिए सिंधु तथा सतलज खड्ड बनाती है।
प्रश्न 15. खादर तथा बांगर में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- खादर-नवीन जलोढ़ मिट्टी जो नदियों द्वारा लायी जाती है, बाढ़ वाले क्षेत्र में जमा हो जाती है, इसे खादर कहते हैं।
बांगर-यह नदी घाटियों के ऊपर पाई जाती है। यह अपेक्षाकृत मोटी और प्राचीन
जलोढ़ मिट्टी होती है, इसे बांगर कहते हैं।
प्रश्न 16. ‘लू’ से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- ‘लू’ प्रबल गर्म हवाएँ हैं जो उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत में दिन के समय चलती हैं, इसकी गर्मी से लोगों की मृत्यु भी हो जाती है।
प्रश्न 17. मानसून विस्फोट किसे कहते हैं ?
उत्तर- ग्रीष्म ऋतु में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पवनें वर्षा करती हैं। इस वर्षा का प्रारंभ कभी-कभी अचानक विशाल गुब्बारे के फटने की ध्वनि जैसा होता है। यही विस्फोट ‘मानसून विस्फोट’ कहलाता है।
प्रश्न 18. जेट वायु धारा किसे कहते हैं ?
उत्तर- क्षोभमंडल में वायु संचरण का एक भिन्न ढाँचा मिलता है। पश्चिमी और मध्य एशिया इन हवाओं के प्रभाव में रहता है। हिमालय और तिब्बत के उच्च प्रदेश इनको दो शाखाओं में बाँट देते हैं। इनकी उत्तरी शाखा उच्च प्रदेशों में तथा दक्षिणी शाखा हिमालय के पूर्व दिशा की ओर बहती है। इसका दाब 200 से 300 मिलीबार रहता है। इन्ही पवनों को ‘जेट वायु धारा’ कहते हैं।
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